गौँव मा अजकाल ह्य़ो पुडियुं छ
जड्डू न ठन्डकार मच्यु छ ।
अर ये दुबई ये देश मा अंजु भी...
गर्म न बुरु हाल हुयु छ ॥
जडडू क दिनियो कि लम्बी-लम्बी राती
आग सेकी तै पुडदी निवाती ।
अर ये मुल्क ये देश मा सदानी
किलै ईत्का गर्म होन्दु पतानी ? ॥
गर्म झूल्लो सी बदन ढक्यु छ
जड्डू जु गौँव मा ईत्का हुयू छ ।
अर ये मुल्क ये देश मा कभी भी
ठंड ता रै पर बर्खा भी नी ह्वे छ ॥
बैसाखु बोडा ऊडियार बैठ्यु छ
औडौळु, बरखा अर ढांडु पुंणू छ ।
अर ये मुल्क ये देश सदानी..
बथौ कु दगड मा रेत ऊडणू छ ॥
हत्थि, खुट्टी अर मुक्की ढक्की छ
ठन्डी क स्कुलियो की छुट्टी पुडी छ ।
अर ये मुल्क ये देश अजो भी..
ठन्डियो मा भी, ए/सी चनी छ ॥
गौँव मा अजकाल ह्य़ो पुडियुं छ
ठन्डु न ठन्डकार मच्यु छ ।
अर ये दुबई ये देश मा अंजु भी...
गर्म न बुरु हाल हुयु छ ॥
सर्वाधिकार सुरक्षित @ विनोद जेठुडी
17 जनवरी 2012 @ 5:15 PM